कनाडा के खुफिया समुदाय ने विदेशी सरकारों द्वारा देश की चुनावी प्रक्रियाओं को प्रभावित करने के प्रयासों पर चिंता जताई है। कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (CSIS) की हालिया रिपोर्टों के अनुसार, भारत और पाकिस्तान दोनों को कनाडा के 2019 और 2021 के संघीय चुनावों में हस्तक्षेप करने के प्रयासों में फंसाया गया है। इन खुलासों ने कनाडा के लोकतांत्रिक संस्थानों की अखंडता और बाहरी प्रभावों के लिए इसकी बड़ी प्रवासी आबादी की भेद्यता पर चिंता जताई है। देर रात जारी किए गए CSIS दस्तावेज़ों में विस्तार से बताया गया है कि कैसे इन देशों ने अपने स्वयं के भू-राजनीतिक हितों के पक्ष में चुनावी नतीजों और नीतिगत निर्णयों को प्रभावित करने की कोशिश की है। जैसा कि आरोप लगाया गया है, इस हस्तक्षेप में कनाडा के भीतर प्रवासी समुदायों को लक्षित करना, मतदान पैटर्न और राजनीतिक संबद्धता को प्रभावित करने के लिए उनके सांस्कृतिक और पारिवारिक संबंधों का लाभ उठाना शामिल है। कनाडा सरकार ने देश की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की सुरक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की है, इस तरह के विदेशी हस्तक्षेपों के खिलाफ सतर्कता और लचीलेपन के महत्व पर जोर दिया है। जैसा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय बारीकी से देख रहा है, इन आरोपों पर कनाडा की प्रतिक्रिया और भविष्य में हस्तक्षेप को रोकने के लिए उसकी रणनीतियां, उसकी चुनावी प्रणाली के विश्वास और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण होंगी।
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