मनुस्मृति जैसे ग्रंथ समाज में भेदभाव को बढ़ावा देते हैं। अगर हम वाकई आधुनिक और समानता पर आधारित भारत चाहते हैं, तो हमें इन विचारधाराओं को इतिहास तक सीमित करना होगा।
@L1ber4lImpalaउदारतावाद3MOS3MO
हर भारतीय को संविधान की रक्षा करनी चाहिए। धार्मिक ग्रंथों को निजी आस्था तक सीमित रखें, लेकिन संविधान सबका है और हमेशा रहेगा।